भारत में कोरोना मरीजों की ठीक होने की दर हुई दोगुनी
देश में कोरोना वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है। अब तक कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है। लॉकडाउन के बाद इसकी रफ्तार कुछ जिलों में जहां कम हुई है वहीं कुछ जिलों में बीते दिनों में एक भी नया मामला सामने नहीं आया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार सुबह जारी बुलिटेन के मुताबिक, अब तक देश में कुल 31 हजार 332 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें से 1 हजार 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अभी देश में 22 हजार 629 एक्टिव केस हैं।
हालांकि, इन सब के बीच खुशी की बात ये है कि 7 हजार 696 लोग ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा एक बात और सुकून देने वाली ये है कि बीते दो सप्ताह में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की रफ्तार भी लगभग दोगुनी हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक तीन वजहों से मरीजों के ज्यादा संख्या में स्वस्थ होने की बात सामने आई है। इनमें सबसे पहली और बड़ी वजह है कि मरीजों का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने से इनके इलाज में आसानी हो रही है।
दूसरी वजह में सिर्फ 20 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा, इनमें से महज तीन से चार फीसदी को ही लंबे समय तक इलाज की जरूरत पड़ी है। स्वास्थ्य मंत्रालय का भी कहना है कि 80 फीसदी से ज्यादा मरीजों में हल्के लक्षण हैं और उन्हें भर्ती करने की भी जरूरत नहीं पड़ रही है।
आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को सामने आया था जब एक भारतीय छात्र वुहान से लौटा था। भारत में बीते चार माह में सामने आए कोरोना मरीजों के आंकड़ों पर यदि नजर डालेंगे तो पता चलता है कि पहला मामला सामने आने के 48 दिन बाद भी भारत में कोरोना के केवल 7 मामले ही आए थे।
लेकिन, 14 मार्च तक इनकी संख्या बढ़कर 100 पहुंच गई थी। 29 तक इनकी संख्या 1000 के पार हो गई थी। अगले 16 दिनों में ही ये आंकड़ा 10 हजार के पार जा पहुंचा था। अगले 8 दिनों में देश भर में 10 हजार कोरोना मरीज और बढ़ गए और अब इसके 27892 मामले सामने आ चुके हैं।
आंकड़ों से ये बात बेहद साफतौर पर स्पष्ट हो रही है कि कोरोना वायरस बेहद तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। पहले 10 हजार मरीज सामने आने में जहां 73 दिन लगे वहीं केवल आठ दिनों में ही 10 हजार और मामले देश के सामने आ गए थे।