वाराणसी में दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (सोमवार) अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर का लोकार्पण किया। मेडिटेशन सेंटर के इस महामंदिर के शीर्ष पर नौ अष्टकमल स्थापित हैं, जोकि इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। इसके अलावा इसके चारों ओर 101 फव्वारे लगे हैं। इन फव्वारों में मकराना और राजस्थान के पत्थर लगाए गए हैं।
एक हजार करोड़ की लागत
बहरहाल, 7 फ्लोर के इस मंदिर में एक साथ 20 हजार लोग बैठकर साधना और योग कर सकेंगे। जानकारी के अनुसार, इसे बनाने में करीब 1 हजार करोड़ की लागत आयी है, जबकि यह 19 साल में बनकर तैयार हुआ है। इस की नींव 2004 में रखी गई थी।
15 इंजीनियरों की मदद से हुआ है तैयार
गुजरात के उद्योगपति देवव्रत त्रिवेदी और चिराग भाई पटेल के सहयोग से इस महामंदिर को काशी में बनाया गया है। इस दौरान 15 इंजीनियरों की देखरेख में 600 कारीगरों ने इसे तैयार किया है।
स्वर्वेद के दोहे हैं अंकित
सात मंजिला इस महामंदिर के पांच फ्लोर तक दीवारों पर स्वर्वेद के चार हजार से ज्यादा दोहे अंकित किए गए हैं। इतना ही नहीं मंदिर के बाहरी दीवारों पर भी कई प्रसंगों को उकेरा गया है। इस मंदिर को बनाने में पिंक सेंड स्टोन के अलावा मकराने का संगमरमर और राजस्थान के ग्रेनाइट का प्रयोग हुआ है।