‘आसरा’ की कोशिशों से 6 बेसहारा कुत्तों को मिला आसरा
लखनऊ। आसरा दी हेल्पिंग संस्था ने रविवार को स्मृति उपवन आशियाना में फ्री एडॉप्शन कैंप का आयोजन कर 6 बेसहारा देसी कुत्तों को आसरा उपलब्ध कराया। संस्था की फॉउंडर चारु खरे ने एटॉप्ट किए गए हर कुत्ते को उनके नए मालिकों के साथ अच्छा व्यवहार करने की शुभकामनाएं दीं। संस्था की कोशिशों की लोगों ने सराहना की।
चारु खरे ने कहा कि हम बस लोगों तक यही संदेश पहुंचाना चाहते हैं की देसी कुत्तों का महत्व विदेशी कुत्तों से कहीं ज्यादा है। संस्था पिछले 3 वर्ष से करीब 100 कुत्तों को रोज भोजन खिला रही है। सड़क पर हादसों में घायल होने वाले अनगिनत कुत्तों का इलाज भी कराया गया है।
चारु का कहना है कि हम बस लोगों तक यही संदेश पहुंचाना चाहते हैं की देसी कुत्तों का महत्व विदेशी कुत्तों से कहीं ज्यादा है। विदेशी कुत्तों की तुलना में हमारे देसी कुत्ते काफी समझदार, कम खर्च और अनुशासित होते हैं। उन्होंने बताया कि आज कई बड़े मूवी स्टार्स और रतन टाटा जैसे प्रसिद्ध व्यक्ति भी देसी कुत्तों के प्रेमी हैं। हमारी लोगों से यह अपील है कि देसी और विदेशी कुत्तों में भेदभाव न करें। देसी कुत्तों को अपने घर में पनाह दें। आसरा दी हेल्पिंग हैंड्स ने पिछले वर्ष भी कई एडॉप्शन कैंप का आयोजन करके दर्जनों बेसहरा जीवों को घर दिलाया था।
आसरा की लीगल एडवाइज़र पूर्णा खरे ने कहा कि हम आभारी हैं सभी समर्थकों, आयोजकों, व्यवस्थापकों, और उन सभी लोगों का जो इस कैंप को एक मेमोरेबल और सफल बनाने में सहायक रहे। हम उम्मीद करते हैं कि इस पहल से और भी अधिक लोग जुड़ेंगें। सड़क और गलियों में घूमने वाले बेसहारा कुत्तों को अपने घर में पनाह देंगे।