बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत के लिए सरकार ने झोंकी ताकत
-एक-एक बाढ़ पीड़ित तक सरकार पहुंचा रही मदद, बचाव में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती
-सीएम खुद बाढ़ वाले इलाकों के 03 दिवसीय दौरे पर, कर रहे हवाई सर्वेक्षण
-बहराइच, गोंडा के बाद शनिवार को सिद्धार्थनगर और महाराजगंज के लिए निकले सीएम
– प्रदेश के सभी जिलों में ग्राउंड जीरो पर नोडल अधिकारियों ने संभाली कमान
राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं 03 दिन के दौरे पर बाढ़ प्रभावित इलाकों की निगरानी और हवाई सर्वेक्षण पर निकले हुए हैं। शुक्रवार को बहराइच और गोंडा के सुदूर गांव तक पहुंचकर वहां उन्होंने राहत व भोजन सामग्री लोगों को वितरित की। सरकार की ओर से किये जा रहे राहत कार्यों का जायजा लिया। अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।
शनिवार सुबह फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ प्रभावित इलाकों के ताबड़तोड़ दौरा पर निकल पड़े। सबसे पहले उन्होंने सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज और नौगढ़ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। बाढ़ में फंसे लोगों का हालचाल लिया और सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों का जायजा लिया।
इसके बाद वो महाराजगंज के शाहबाद गये और उन्होंने वहां के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सरकार का प्रयास एक-एक बाढ़ पीड़ित तक मदद पहुंचाना है। इसके लिए सरकार ने 1001 मेडिकल टीमों को इन बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेज दिया है। इन क्षेत्रों में 1131 बाढ़ शरणालय बनाए हैं। जबकि 1321 बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं।
बचाव कार्य में लगीं 5811 नाव और 353 मोटर बोट भी लगाई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की मदद से 36786 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। बाढ़ शरणालयों में बाढ़ प्रभावित इलाकों से आए लोगों के रहने, खाने-पीने की उचित व्यवस्था की गई है। सरकार बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को ड्राई राशन किट, लंच पैकेट के साथ त्रिपाल भी वितरित कर रही है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत कार्य करते हुए सरकार अभी तक 107608 ड्राई राशन किट, 421834 लंच पैकेट और 98420 से अधिक त्रिपाल वितरित कर चुकी है। इसके साथ ही 101693 पीने के पानी के पाउच और 173194 से अधिक ओआरएस के पैकेट और 1565873 क्लोरीन के टैबलेट भी वितरित किये हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे फंसे लोगों के लिए प्रदेश में कुल 1131 से अधिक बाढ़ शरणालय बनाए हैं और 1321 से अधिक बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे पशुओं को बचाने के लिए 1200 पशु शिविर बनाए हैं और आज तक 757099 पशुओं का टीकाकरण कर दिया है।
प्रदेश के 09 जिलो में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 09 टीमें लगाई हैं जबकि एसडीआरएफ की 18 टीमें 12 जिलों में सक्रीय की गई हैं। प्रदेश के 39 जिलों में पीएसी को भी राहत कार्य के साथ एलर्ट मोड पर रखा गया है।
सीएम योगी के निर्देश के बाद शनिवार को सभी 75 जिलों में भेजे गए नोडल अधिकारी ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों में सरकार की ओर से किये जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा की। बाढ़ शरणालयों में व्यवस्थाओं को जांचा। इसके अलावा डेंगू और वायरल बुखार से बचाव के लिये अस्पतालों के इंतजाम भी देखे। सरकार का प्रयास बदलते मौसम में लोगों को बीमारियों से बचाना है। इसके लिए उसने पूरी ताकत झोंक दी है।