कांग्रेस में पायलट का कद बढ़ेगा या घटेगा?
khabarji news desk
राजस्थान के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट जहां अदालत के जरिए अपनी सदस्यता बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं। वही, दूसरी तरफ उन्होंने अपने रुख को कुछ नरम किया है। कांग्रेस के भी कई वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में है।
कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सचिन पायलट ने अपने रुख में कुछ बदलाव किया है। अभी तक वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हटाने से कम पर बात करने के लिए तैयार नही थे, पर अब वो नए सिरे से बातचीत करना चाहते हैं। अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर पायलट वापसी करते हैं तो उनका पार्टी में कद पहले जैसा होगा या नहीं?
इस बीच सचिन पायलट ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम से बात की है। सूत्रों के मुताबिक, चिंदबरम ने देर रात पायलट को वापस आने का न्योता दिया और कहा कि बगावत भुला दी जाएगी। हालांकि, चिदंबरम ने साफ कर दिया है कि अब पहले जैसी स्थिति नहीं होगी। हालांकि पायलट को केंद्रीय नेतृत्व में पद देने का आश्वासन दिया गया है।
दरअसल, कांग्रेस हाईकमान ने सचिन पायलट को कहा था कि उनके लिए पार्टी के दरवाजे कभी बंद नहीं हुए हैं। अब खबर है कि सचिन पायलट ने खुद ही सुलह की कोशिश की है। उन्होंने देर रात पी चिदंबरम से बात की। चिदंबरम ने भी सचिन पायलट को वापसी करने का न्योता दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, पी चिदंबरम ने सचिन पायलट से कहा कि आप पार्टी में वापसी कीजिए। आपकी और आपके करीबी विधायकों की बगावत को माफ कर दिया जाएगा. बगावत को एक बंद अध्याय के रूप में माना जाएगा। अभी जो भी नोटिस जारी किया गया है, उसे टेक्निकली सुलझाया जाएगा।
इससे पहले पार्टी आलाकमान के निर्देश पर वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने सचिन से संपर्क किया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट अभी सभी विकल्प खुले रखना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर युवाओं के भविष्य की वकालत की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हम तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गए। चालीस साल से ज्यादा राजनीति करते हुए हो गए। नई पीढ़ी जो आई है, हम उनको प्यार करते हैं। आने वाला कल उनका है।
गहलोत ने एक ट्वीट कर कहा कि युवा हमसे अच्छा काम कर सकते हैं। हमारे जमाने में तो कोई कम्युनिकेशन नहीं था। आज आईटी का जमाना है। मोबाइल है, मीडिया है। देश का भविष्य इन पर निर्भर करता है।
मुख्यमंत्री के इस ट्वीट को सचिन पायलट को मनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। गहलोत ने एक दिन पहले पायलट पर सीधा हमला करते हुए सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इसके बाद पार्टी प्रवक्ता ने बयान दिया था कि सचिन पायलट के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हुए हैं। पार्टी की नजर अब पायलट के कानूनी दांव पेच और विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस पर फैसला का इंतजार है।