तो क्या ये अखिलेश – शिवपाल के एक होने के संकेत है
समाजवादी पार्टी (samajwadi party) में पिछले कई महीनों से चाचा भतीजे की चली आ रही लड़ाई ने अब एक नया रूप ले लिया है। दरअसल चाचा शिवपाल (shivpal yadav) ने अखिलेश यादव (akhilesh yadav) के नाम एक चिट्ठी लिखी है। सब कुछ सही रहा तो चिट्ठी के आने के बाद जल्दी ही समाजवादी पार्टी (samajwadi party) में खुशियाँ वापस आ सकती हैं।
पिछले दिनों समाजवादी पार्टी (samajwadi party) ने शिवपाल यादव (shivpal yadav) की विधानसभा से सदस्यता रद्द करने की याचिका वापस ले ली थी, वहीं शिवपाल यादव (shivpal yadav) ने भी अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर इसके लिए आभार जताया है।
सूत्रों की मानें तो 29 मई को अखिलेश यादव (akhilesh yadav) के नाम शिवपाल यादव (shivpal yadav) ने चिट्ठी लिखी थी। साथ ही अपनी चिट्ठी में शिवपाल ने जो लिखा है उसके बाद से अब सब कुछ फिर से अच्छा होने की बातें होनी शुरू हो गईं हैं। शिवपाल ने चिट्ठी में लिखा, निश्चय ही यह मात्र एक राजनीतिक परिघटना नहीं है, बल्कि आपके इस तरह के स्पष्ट, सार्थक व सकारात्मक हस्तक्षेप से राजनीतिक परीधि में आपके नेतृत्व में एक नव राजनीतिक विकल्प व नवाक्षर का जन्म होगा।
शिवपाल यादव की चिट्ठी
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोविंद चौधरी ने चार सितंबर 2019 को दल परिर्वतन के आधार पर शिवपाल यादव की विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने की याचिका उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित के सामने दायर की थी। फिर चौधरी ने 23 मार्च को प्रार्थना पत्र देकर विधानसभा के स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित से याचिका वापस करने का आग्रह किया था।
चौधरी ने कहा था कि याचिका पेश करते वक्त कई जरूरी दस्तावेज और सबूत नहीं सौंपे गए थे, ऐसे में याचिका वापस की जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इसी आधार पर चौधरी की याचिका वापस करने की अपील को स्वीकार कर लिया गया है। बता दें कि 2017 में शिवपाल यादव ने एसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वह जसवंतनगर सीट से निर्वाचित हुए थे। लेकिन एक साल बाद ही 2018 में शिवपाल ने अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (psp) बना ली थी।