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लखनऊ में 22 जमातियों के सम्पर्क में आए संदिग्धों की तलाश
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देश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना के अब तक कुल 6412 केस सामने आ चुके हैं। इनमें एक्टिव केस की तादाद 5709 है। कोरोना से अब तक 199 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 504 मरीज इलाज के बाद ठीक हुए हैं। उत्तर प्रदेश के 40 जिलों में कोरोना पांव पसार चुका है। यहां अब तक 410 केस सामने आ चुके हैं।

पिछले 24 घंटे के अंदर उत्तर प्रदेश में 49 नए केस सामने आए हैं। इसमें अकेले 19 केस तो आगरा में सामने आए हैं। आगरा में मरीजों की संख्या अब 83 हो गई है। प्रदेश के 20 फीसदी केस इसी जिले हैं। खास बात है कि 83 में 43 का तबलीगी जमात कनेक्शन सामने आ चुका है। इसके बाद गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के 63 केस हैं।

हालांकि सरकार, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एड़ी-चोटी का जोर लगाकर कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की कोशिशें कर रहे हैं लेकिन मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। राजधानी लखनऊ के हॉटस्पॉट इलाकों को सील करने के बाद भी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है क्योंकि जमातियों के बारे में मिली नई जानकारी चिंता बढ़ाने वाली है। बता दें कि लखनऊ में अब तक 29 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने जो जानकारियां जुटाई हैं, उनके मुताबिक कोरोना से संक्रमित जमाती लॉकडाउन के बाद भी लोगों से लगातार मिल रहे थे। अफसरों की माने तो एक संक्रमित जमाती लगभग 50 लोगों के सम्पर्क में रहा और कई घंटे उनके बीच बिताए हैं।

अब तक की पड़ताल के हिसाब से कैंट इलाके में एक हजार से अधिक कोरोना संदिग्ध लोग मौजूद हैं और सारे हॉट-स्पॉट वाले इलाकों को मिलाकर देखें तो यह संख्या बहुत बड़ी है। इन स्पॉट पर एलआईयू और पुलिस संदिग्धों की तलाश में लगी है।

कैंट में ही सबसे अधिक 22 जमाती मिले हैं इसलिए यह इलाका सबसे अधिक संवेदनशील है। इनके सीधे सम्पर्क में आए एक हजार से अधिक लोग संदिग्ध हैं। इनकी सूची स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन स्तर तक तैयार होकर पहुंच चुकी है। इन्हें तलाश कर क्वारंटीन किया जा रहा है।

हर जमाती के सम्पर्क में आए लोगों का आंकड़ा तेजी से जुटाने में स्वास्थ्य टीम लगी है। पड़ताल में हर चिह्नित व्यक्ति को तुरंत क्वारंटीन किया जा रहा है। उनके नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।

इससे पहले आज कोरोना वायरस महामारी और लॉक डाउन के बाद प्रदेश की स्थिति पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने 4 लाख 81 हजार शहरी वेंडर्स को सीधे आर्थिक मदद भी ट्रांसफर की। इसके अलावा 11 लाख से अधिक श्रमिकों को 1-1 हजार रुपये की मदद दी गई है।

योगी आदित्यनाथ ने यहां जानकारी देते हुए कहा कि मनरेगा के तहत मजदूरी करने वाले करीब 88 लाख ऐसे मजदूर हैं, जिनका भत्ता बढ़ा दिया गया है। जबकि 27 लाख से अधिक मजदूरों का जो बकाया बाकी था, उसे जारी कर दिया गया है। सीएम योगी के मुताबिक, प्रदेश में 87 लाख से अधिक परिवारों को समय से पहले पेंशन जारी कर दी गई है, ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो।

बताते चले कि यूपी में अब नोएडा में 63, आगरा में 83 और लखनऊ में 29 के अलावा मेरठ में 38, गाजियाबाद में 25, सहारनपुर में 20, शामली में 17, फिरोजाबाद में 11 और सीतापुर में 10 केस सामने आ चुके हैं। वहीं, कानपुर और वाराणसी में 9-9, बुलंदशहर और बस्ती में 8-8, महाराजगंज, प्रतापगढ़ और बरेली में 6-6 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं।

वहीं, गाजीपुर, रामपुर और बागपत में कोरोना के 5-5 मामले, आजमगढ़, हाथरस, मुजफ्फरनगर, जौनपुर और लखीमपुर खीरी में 4-4 मामले आए हैं. हापुड़ में तीन मामले और पीलीभीत, बांदा, मिर्जापुर, रायबरेली, औरैया, कौशांबी, मथुरा, अमरोहा, हरदोई में 2-2 कोरोना केस आए हैं। मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बाराबंकी, बिजनौर, प्रयागराज, बदायूं में कोरोना के एक-एक मामले सामने आ चुके हैं. सरकार की ओर से 9441 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है।

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