राहत एवं बचाव कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं: सीएम योगी
गोरखपुर में बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करने के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार दोपहर बाद गोरखनाथ मंदिर में बाढ़ बचाव व राहत कार्यों की समीक्षा की। अधिकारियों से दो टूक कहा कि राहत एवं बचाव कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बंधों की लगातार निगरानी रखने के साथ ही हिदायत दी कि जहां भी रिसाव की सूचना मिले, तत्काल उसे रोका जाए, क्योंकि छोटी लापरवाही बड़े हादसे का सबब बन सकती है।
सीएम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को दिक्कतों को कम करने का प्रयास होते रहना चाहिए। सभी को राहत किट जल्द से जल्द वितरित कराया जाए। राहत किट के अलावा घरों से निकल बांध या शरणालय में आश्रय लिए लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराएं। स्वास्थ्य विभाग को अतिसक्रियता दिखाते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों व राहत शिविरों में कैंप कर लोगों का उपचार करना चाहिए। पशुपालन विभाग भी पशुओं को चारा-भूसा उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें समय से जरूरी इलाज मुहैया कराए।
बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि अब तक 31 हजार से अधिक लोगों को राहत किट वितरित किया जा चुका है। शुक्रवार की दोपहर से शनिवार की शाम तक 8000 से अधिक लोगों को राहत किट दिए गए। रविवार को 4 हजार से अधिक लोगों को राहत किट उपलब्ध कराने की योजना है।
शहरी जलभराव जल्द दूर करने की दी हिदायत
मुख्यमंत्री ने प्रशासन, जीडीए, नगर निगम और सिंचाई विभाग को शहर के बाढ़ प्रभावित इलाकों से जल्द से जल्द जलनिकासी कराने के निर्देश दिए। कहा कि जलनिकासी के साथ संक्रामक रोगो की रोकथाम के लिए क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव भी सुनिश्चित किया जाए।
समय से पूर्ण करें विकास परियोजनाएं
सीएम योगी ने जिले में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा की। हिदायत दी कि निर्धारित अवधि में विकास कार्यो को पूर्ण होना चाहिए। उनकी गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए नियमित निगरानी रखी जाए। बारिश बंद होते ही क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत पर सीएम ने जोर दिया। कहा कि किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं दिखने चाहिए। निर्माणाधीन मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया, असुरन- महराजगंज, गोरखपुर-देवरिया और गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन का निर्माण समय से पूर्ण करने के लिए सख्त हिदायत दी।