बदायूं पुलिस हुई फेल, गांव वालों ने आरोपी महंत को पकड़ा, देखें वायरल वीडियो
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में गैंगरेप और हत्या के जघन्य मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में मुख्य आरोपी 50 हजार के इनामी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने आखिरकार दबोच लिया है। पता चला है कि सत्यनारायण घटना वाले दिन गांव में छिपा रहा। पुलिस दो आरोपी जसपाल और वेदराम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
3 जनवरी की रात आंगनबाड़ी सहायिका से गैंगरेप और हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद से महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था। सत्यनारायण की तलाश में पुलिस की चार टीमें लगी हुई थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम जगह-जगह लगातार दबिश दे रही थी।
इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि पुलिस के खराब सूचना तंत्र की वजह से मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण गांव में ही छिपा हुआ था। गुरुवार देर रात उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब सत्यनारायण से पूछताछ में दरिंदगी की इस घटना से जुड़े कुछ और तथ्य सामने आ सकते हैं।
गैंगरेप और हत्या की हिला देने वाली वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी 50 हजार का इनामी सत्यनारायण पड़ोस के ही गांव में छिपा था। पुलिस की चार टीमें बदायूं के अलावा कई दूसरे जिलों और प्रदेशों में महंत की तलाश में छापेमारी करती रहीं। इन सबके बीच महंत उघैती थाना क्षेत्र के ही गांव में छिपा रहा।
गैंगरेप के बाद हत्या करने वाले महंत को आखिर 4 दिन तक किसने अपने घर में पनाह दी। आखिर जिस महंत की तलाश के लिए पुलिस की चार टीमें काम कर रही थीं, वह अपने थाना क्षेत्र में कैसे छिपा हुआ था। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी लापरवाही और पुलिस का सूचना तंत्र कमजोर क्यों रहा। सवाल यह है कि आरोपी थाना क्षेत्र में छिपा होने के बाद भी 4 दिन बाद क्यों मिला।
गैंगरेप के बाद हत्या करने के मुख्य आरोपी सत्यनारायण को ग्रामीणों द्वारा पकड़ कर पुलिस को सौंपने की चर्चा है। यहां मुख्य आरोपी सत्यनारायण की गिरफ्तारी के दौरान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस के दो कॉन्स्टेबल महंत सत्यनारायण को बाइक पर बैठाकर आते हुए दिख रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि महंत सत्यनारायण को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा है।