कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे ने किया सरेंडर
मध्यप्रदेश पुलिस ने कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी और 5 लाख के इनामी विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया है। विकास दुबे पर आठ पुलिसवालों की हत्या करने का आरोप है।
पिछले कुछ दिनों से पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए हरियाणा और दिल्ली में दबिश दे रही थी। यूपी पुलिस विकास दुबे के पांच साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। वहीं कई साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंदिर के पुजारी ने पुलिस को बुलाकर विकास दुबे की जानकारी दी। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
विकास दुबे के दो और साथी प्रभात मिश्रा व बउआ दुबे गुरुवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। पुलिस ने बताया कि कानपुर पुलिस टीम फरीदाबाद में गिरफ्तार विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी।
पुलिस ने भी गोली चलाई तो प्रभात घायल हो गया, अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं विकास का दूसरा साथी बउआ दुबे भी इटावा में मारा गया। यह जानकारी इटावा एसएसपी आकाश तोमर ने दी।
पुलिस अफसरों के मुताबिक रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को लूट की जैसे ही खबर मिली चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया।
पुलिस और रणबीर शुक्ला के बीच फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग के दौरान रणबीर शुक्ला को ढेर कर दिया गया। हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे। इटावा पुलिस ने आस-पास के जिले को अलर्ट कर दिया है। रणबीर शुक्ला पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था