‘दु:शासन’ से ‘हनुमान’ तक कैसा रहा निर्भय वाधवा का सफर, ऐसे स्ट्रगल कर बनाई पहचान
चारु खरे
कहते हैं ‘परिस्थितियां कभी अनुकूल नहीं होती, उन्हें अनुकूल बनाना पड़ता है’. स्टार प्लस के महाकाव्य ‘महाभारत’ में दु:शासन का किरदार निभाने वाले ‘निर्भय वाधवा’ की कहानी भी कुछ ऐसी ही रही. निर्भय ने साल 2007 से अपना एक्टिंग करियर शुरू किया और देखते ही देखते टीवी इंडस्ट्री पर अपनी धाक बना ली. ‘दि ओपिनियन पॉइंट’ ने निर्भय से कुछ खास बातचीत की. पेश है बातचीत के कुछ मुख्य अंश –
सवाल – ‘दु:शासन’ के रोल पर आपका पहला रिएक्शन क्या था ?
जवाब – ‘महाभारत’ मेरा पहला शो था. मुझे लगा नहीं कि मैं सचमुच इस शो के लिए सेलेक्ट हो गया हूँ. एक साल पहले ऑडिशन दिया था मैंने और एक साल बाद यह रिस्पांस आया कि मैं सेलेक्ट कर लिया गया हूँ. मुझे काफी अच्छा लगा ये जानकर कि मैं इतने बड़े शो का हिस्सा हूँ.
सवाल – ‘दु:शासन’ और ‘कालासुर’ जैसे नेगेटिव रोल करने में इतना मजा क्यों आता है ?
जवाब – नहीं ! मैंने पॉजिटिव किरदार भी प्ले किये हैं. मैंने सोनी का संकटमोचन हनुमान का किरदार निभाया। इसके अलावा गणेशा में भी मैं हनुमान बना. मैंने महाराणा प्रताप में हकीम खान का भी रोल प्ले किया, लेकिन आपको रोल माइथोलॉजिकल पर्सनालिटी के हिसाब से ऑफर किये जाते हैं. अब मैं ‘हे प्रभु-2’ सीरीज कर रहा हूँ, ये सीरीज एंडेमोल ग्रुप की है. मेरे डेली सोप्स भी आने वाले हैं, जिसमें मेरा नार्मल लुक होगा।
सवाल – ‘दु:शासन’ के रोल पर किसी हेट कमेंट का सामना करना पड़ा हो ?
जवाब – नहीं ! कभी ऐसा नहीं हुआ. लोगों ने मेरे किरदार को पसंद किया। लोगों को ये पता होता है कि ये सब हो चुका है तो बुरा कहने की कोई बात नहीं। मेरे एक्टिंग की तारीफ करते हैं लोग.
सवाल – अपने एक्टिंग के सफर के बारे में कुछ बताइए ?
जवाब – मैं जयपुर का रहने वाला हूं. मैंने 2007 में यहां रैंप शो किया, जहां से एक्टिंग का कीड़ा मेरे अंदर आया. मैं पढ़ाई में ज्यादा अच्छा नहीं था. इसीलिए डायलॉग्स वग़ैरा याद करने में मुश्किल होती थी. लेकिन मुझे बॉडी बिल्डिंग का काफी शौक था. फिर ट्रेनर के तौर पर मैंने कुछ टाइम तक काम किया। जिससे मैं 12 घंटे काम करके 6 से 7 हजार रुपये कमाता था. इस दौरान मुझे कई लोगों ने बोला की तुम एक्टिंग की तैयारी करो, जिसके बाद मैं मुंबई आया और नौकरी के साथ-साथ ऑडिशन देता रहा, जिसके बाद मुझे ‘महाभारत’ में काम करने का मौका मिला।
सवाल – ‘महाभारत’ की शूटिंग का सफर कैसा रहा ?
जवाब – महाभारत साल 2013 का सबसे बड़ा शो था. इसमें क्रोमा का बहुत ही कम इस्तेमाल हुआ. एग्रीमेंट साइन करने के बाद हमें 5 महीने की लगभग ट्रेनिंग मिली, जिसमें हमने हॉर्स राइडिंग और भाला, चलना उठना, ड्रेस को संभालना सबकुछ सीखा। इस दौरान हमें पूरी तरीके से किरदार के प्रति माँझ दिया गया. महाभारत में मैंने अर्जुन, शकुनि इन सभी रोल से काफी कुछ सीखा। ‘हनुमान’ के रोल ने मुझे काफी फेम दिया। उस रोल के लिए मेकअप इतना मुश्किल होता था. बॉडी पर काफी मेहनत करनी पड़ी मुझे। मैंने 3 साल तक 16-16 घंटे काम किया।
सवाल – फैंस को क्या सन्देश देना चाहेंगे आप ?
जवाब – फैंस को यही कहना चाहूंगा कि मौजूदा हालात से डरें नहीं। सरकार का सहयोग करें। दोस्तों से कनेक्ट करें और गेम खेलें। आप सभी सकरात्मकता बनाए रखें। जल्द ही बहुत कुछ अच्छा होगा।
(चारु खरे के साथ निर्भय वाधवा की फोन पर हुई बातचीत के आधार पर )