Work from Home के दौरान बिस्तर पर बैठकर कर रहे हैं काम तो जान लें ये बात
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण ज्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में लोगों के लिए इलेक्ट्रिकल सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। घर से काम करने के दौरान इलेक्ट्रिकल सॉकेट को ओवरलोड न करें। एक ही एक्सटेंशन सॉकेट में एक साथ कई प्लग न लगाएं। ऐसी लापरवाही से शॉर्ट सर्किट हो सकता है और आग लगने का खतरा बढ़ सकता है।
लापरवाही से बढ़ सकती हैं आग की घटनाएं-
नेशनल फायर काउंसिल ने चेतावनी देते हुए कहा, ज्यादा से ज्यादा लोग घर में काम करने के लिए अस्थाई तौर पर बिजली का सेटअप बनाते हैं। बिजली का सेटअप बेहतर नहीं होने के कारण आग लगने का जोखिम बढ़ जाता है। इसकी वजह से आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए अग्निशमन दल ने घर में फायर अलार्म लगाने और आग लगने की स्थिति में भागने का अभ्यास कर लेने की सलाह दी है। साथ ही इलेक्ट्रिकल सेटअप पर ध्यान देने को कहा है।
ऐसे करें बचाव-
3000 लोगों पर किए गए एक सर्वे में घर से काम करने वालों की खराब आदतों के बारे में पता चला है। आधे से ज्यादा कर्मचारियों ने स्वीकार किया है कि वे ज्यादातर अपने लैपटॉप या फोन को चार्जिंग की स्थिति में बिस्तर पर ही रखते हैं। इलेक्ट्रिकल सेफ्टी फर्स्ट के मुख्य निदेशक ने कहा, काम की शुरुआत करने से पहले हर दिन कुछ मिनट इलेक्ट्रिकल सेटअप को ठीक करने में दें। अपने एक्सटेंशन सॉकेट बोर्ड को ओवरलोड न करें। कमरे में मौजद विभिन्न सॉकेट का इस्तेमाल करें।
इलेक्ट्रिकल सॉकेट की ओवरलोडिंग से खतरा-
एक हालिया सर्वेक्षण में पाया गया कि तीन में से एक व्यक्ति को काम के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले एक्सटेंशन सॉकेट बोर्ड को ओवरलोड करने के खतरों के बारे में कुछ पता नहीं है। एक्सटेंशन सॉकेट बोर्ड और एडॉप्टर का इस्तेमाल करने वाले लोगों में से 44 फीसदी ने कहा कि उनके बोर्ड से निकलने वाले कई तार एक-दूसरे से उलझे रहते हैं। एक एक्सटेंशन सॉकेट बोर्ड कई प्लग लगाने से शॉर्ट सर्किट होने और आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
इनका रखें ध्यान-
- कई उपकरणों की तारों को चार्जिंग के दौरान उलझा कर न रखें
- बिस्तर पर रखकर उपकरणों को चार्ज न करें
- एक ही एक्सटेंशन सॉकेट बोर्ड में कई प्लग न लगाएं
- आग लगने की स्थिति में घर से भागने के रास्तों को चिह्नित कर अभ्यास कर लें
-44 फीसदी घरों में बोर्ड से निकलने वाले तार उलझे रहते हैं
-50 फीसदी लोग बिस्तर पर फोन या लैपटॉप चार्ज करते हैं