क्या प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के इन सवालों का जवाब देंगे
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने चीन मसले पर बीजेपी सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिग्भ्रमित प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारतीय सीमा पर लगातार चीन द्वारा गलवान वैली, पैंगान्ग, लेक एरिया, हाॅट स्प्रिंग और डेप्सैंग वाई जंक्शन, इत्यादि भारतीय क्षेत्रों पर घुसपैठ और अतिक्रमण पर एक भी शब्द नहीं बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी चीन के नापाक एजेण्डे पर यह कहना कि चीन ने हमारे क्षेत्र पर कभी घुसपैठ नहीं किया, न ही हमारी जमीन पर कब्जा किया है, ऐसा कहना देश को गुमराह करने जैसा है।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने जारी बयान में कहा कि चीन द्वारा भारतीय सीमा पर घुसपैठ कोई नई नहीं है। वर्ष 2013 में डेप्सैंग एरिया से लेकर वाई जंक्शन तक अतिक्रमण का प्रयास किया था लेकिन यूपीए सरकार ने चीन को खदेड़ दिया था, चाहे चुमर के प्वाइन्ट 30 आर क्षेत्र में घुसपैठ हो या फिर 2014 में जब मोदी जी चीन के राष्ट्रपति के साथ अहमदाबाद में झूला झूल रहे थे उस समय लद्दाख में घुसपैठ हो या फिर 2017 में डोकलाम क्षेत्र में अतिक्रमण हो।
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लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के दिल में चीन के प्रति विशेष लगाव है। इन सभी भारतीय क्षेत्रों पर चीन द्वारा लगातार घुसपैठ के बारे में देश की जनता को सच बयां न करके और झूठ फैलाकर गुमराह कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है। लेकिन प्रधानमंत्री जी जवाब न देकर देश को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय 4 बार चीन की यात्रा किया और जबसे वह प्रधानमंत्री हैं तबसे 5 बार यात्रा कर चुके हैं। जो व्यक्ति चीन से यारी करेगा वह देश की सुरक्षा कैसे करेगा?
प्रधानमंत्री मोदी ने विवादास्पद पीएम केयर फण्ड में कई चीन की कम्पनियों द्वारा डोनेशन रिसीव किया है जबकि विवादास्पद पीएम केयर फण्ड कैग जैसी संवैधानिक संस्था द्वारा जांच की सीमा से बाहर है। यहां तक कि पीएम केयर फण्ड आरटीआई के दायरे में भी नहीं है। पीएम केयर फण्ड को दिया गया डोनेशन पूरी तरह अपारदर्शी और जवाबदेही से परे रखा गया है।
– सन 2013 में चीन के घुसपैठ की घटना के बावजूद भी प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम केयर जैसे फण्ड में चीन की कम्पनियों से पैसा क्यों रिसीव किया।
– क्या प्रधानमंत्री मोदी ने चीन की विवादास्पद कम्पनी हुआवेई कम्पनी से 7 करोड़ रूपये रिसीव किया है?
– क्या हुआवेई कम्पनी का चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से डायरेक्ट कनेक्शन है?
– क्या चीन की कम्पनी टिकटाॅक ने विवादास्पद पीएम केयर फण्ड में 30 करोड़ रूपये का डोनेशन दिया है?
– क्या पेटीएम कम्पनी जिसमें 38 प्रतिशत चीन की हिस्सेदारी है उसने 100 करोड़ रूपये पीएम केयर फण्ड में दिये हैं?
– क्या चीन की कम्पनी साउमी ने विवादस्पद पीएम केयर फण्ड में 15 करोड़ के अनुदान का वादा किया है?
– क्या चीन की कम्पनी ओप्पो ने पीएम केयर फण्ड में 1 करोड़ का डोनेशन दिया है?
– क्या प्रधानमंत्री मोदी ने पीएफएनआरएफ को प्राप्त डोनेशन को विवादास्पद पीएम केयर फण्ड में डायवर्ट कर दिया है? और कितने सौ करोड़ रूपये डायवर्ट किया है?
– यदि भारत के प्रधानमंत्री ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए कई चीनी कम्पनियों से कई सौ करोड़ रूपये डोनेशन के रूप में पीएम केयर फण्ड के लिए रिसीव किया है तो वह चीन के घुसपैठ से देश की रक्षा कैसे कर सकता है? प्रधानमंत्री मोदी को इन सब सवालों का जवाब देना चाहिए।