कोरोना संकट: जाने किन राज्यों में फिर लागू हो सकता है सख्त लॉकडाउन
कोरोना वायरस के मामलों के हिसाब से भारत ने बृहस्पतिवार को ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया और दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश बन गया। भारत में इस बीमारी के कुल 2,97,205 मामले हो गए हैं। यह जानकारी ‘वर्ल्डमीटर’ में दी गई है।
भारत में लगातार सात दिनों से 9,500 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। एक दिन में मृतक संख्या भी पहली बार 300 के पार पहुंची है। ‘वर्ल्डमीटर’ के आंकड़ों के मुताबिक भारत कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित चौथा देश है। उससे अधिक मामले अमेरिका (20,76,495), ब्राजील (7,87,489), रूस (5,02,436) में हैं।
भारत में संक्रमितों की संख्या 3 लाख के करीब पहुंच गई है। मरीजों की संख्या में ये बड़ी बढ़त अनलॉक 1 के बाद से देखी जा रही है। कोरोना वायरस महामरी का संक्रमण वैसे तो देश के कई राज्यों में बढ़ रहा है लेकिन महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश में इसकी रफ्तार काफी तेज है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों की पड़ताल करने पर पता चला कि बीते 10 दिनों में इन राज्यों में बड़ी संख्या में नए मामले सामने आए हैं।
देश के सात राज्यों में इस समय 10 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में कुछ राज्यों ने एक बार फिर से कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। जबकि कुछ राज्य सरकारें एक बार फिर से सारी छूट खत्म करने पर विचार कर रही है।
दिल्ली
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना विस्फोट की स्थिति बन गई है। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 1877 मामले सामने आए हैं। साथ ही इस महामारी से एक दिन में 65 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 34 हजार को पार कर गया है। हालांकि, अब तक केंद्र सरकार ने दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात स्वीकार नहीं की है।
दिल्ली में 15 दिन पहले जहां रोजाना करीब एक हजार मामले आते थे, वहीं अब औसतन 1300 मामले रोज दर्ज किए जा रहे हैं। गुरुवार को तो 1500 का आंकड़ा भी पार हो गया। यहाँ कन्टेन्टमेंट जोन की संख्या बढ़कर 244 हो गयी है। जानकर बता रहे हैं कि अगर ऐसे ही मरीजों के आंकड़े बढ़ते रहे तो दिल्ली, महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ देगी।
महाराष्ट्र
देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की बात की जाए, तो महाराष्ट्र में हालात काफी खराब हैं। यहां अब पीड़ितों की संख्या 97 हजार 648 पर पहुंच गई है। वहीं, 24 घंटे में 152 नई मौतों के साथ अब मृतकों की संख्या 3590 हो गई है। राज्य में पिछले करीब तीन हफ्तों से लगातार हर दिन दो हजार नए केस सामने आ रहे हैं।
महाराष्ट्र के मुंबई में ही 55 फीसदी से ज्यादा केस हैं। फिलहाल 54 हजार 85 केसों और 1954 मौतों के साथ मुंबई संक्रमण के मामले में देश के बाकी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से भी आगे है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
हरियाणा
हरियाणा में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। सात जून तक जहां राज्य में कोरोना से सिर्फ 24 मौत हुई थी लेकिन 11 जून को यह आंकड़ा 52 तक पहुंच गया।
पंजाब
पंजाब में स्वास्थ्य विभाग के डेटा ने आशंका जताई है कि राज्य में कोरोना की पीक अभी बाकी है। कहा गया है कि दो महीने के बाद कोरोना के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा होगा। ऐसे में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने एक बार फिर से कई तरह की पांबदिया लगा दी है।
सरकार ने वीकेंड और छुट्टियों के दिन लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है। यहां तक कि राज्य सरकार दिल्ली से आने वाले लोगों के लिए कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। मेडिकल स्टाफ और आवश्यक सेवा को छोड़कर सभी नागरिकों को कोवा (कोरोना वायरस अलर्ट) ऐप से ई-पास डाउनलोड करने की आवश्यकता होगी।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में मद्रास हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि क्यों न सिर्फ चेन्नई को लॉकडाउन कर दिया जाए। जस्टिस विनीत कोठारी और जस्टिस आर सुरेश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए तमिलनाडु सरकार के उठाए कदमों के बावजूद खासकर महानगर और उसके बाहरी इलाकों में संक्रमण के मामलों की संख्या ‘तेजी से बढ़ रही हैं और हालात चिंताजनक हो गए हैं’। सरकार को शुक्रवार तक जवाब देना है। तमिलनाडु में 25 हजार से ज्यादा केस हैं जिसमे से 70 फीसदी मरीज चेन्नई में ही हैं।
केरल
केरल सरकार ने इस महीने भगवान अयप्पा मंदिर यानी सबरीमाला को खोलने का फैसला टाल दिया है। बता दें कि देश में कोरोना का पहला मामला केरल से ही आया था। पिछले महीने यहां संक्रमण की रफ्तार थम गई थी। लेकिन बाद में प्रवासियों के लौटने के बाद केरल में एक बार फिर से नए मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। अब तक राज्य में कोरोना के कुल 1238 मामले सामने आए हैं। जबकि राज्य में इस खतरनाक वायरस से 18 लोगों की मौत हुई है।
झारखंड
कांग्रेस ने शिबू सोरेन सरकार को एक बार फिर से राज्य में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है। झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 48 नये मामले सामने आने से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1599 हो गयी है। अब तक राज्य में 1599 संक्रमितों में से 1311 प्रवासी मजदूर हैं जो देश के विभिन्न भागों से वापस लौटे हैं।